आधुनिक
भारत में
पुलिस
व्यवस्था
‘आधुनिक भारत में पुलिस व्यवस्था’ (Policing in Modern India) भारतीय पुलिस सेवा के यशस्वी अधिकारी तथा छत्तीसगढ़ के पूर्व पुलिस महानिदेशक डाॅ. रामलाल सिंह यादव के गहन अध्ययन, तलस्पर्शी चिन्तन तथा व्यापक अनुभवों का सार-संग्रह है।
भारतीय पुलिस के सम्पूर्ण इतिहास, परिवेश, कार्यप्रणाली और चुनौतियों को प्रस्तुत ग्रंथ के उपशीर्षकों —
पुलिसः ऐतिहासिक एवं सामाजिक परिवेश, अपराध का बदलता स्वरूपः आर्थिक, संगठित एवं साइबरअपराध, सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक आमूल बदलाव तथा कानून-व्यवस्था नियमन, भारत की आन्तरिक सुरक्षा, इंटेलीजेंस व राष्ट्रीय सुरक्षा, वैश्विक आतंकवाद, वैश्विक अपराध एवं भारत, भारत की सामाजिक क्रान्ति, समाज के कमजोर वर्ग तथा पुलिस, यातायात नियमन, मानव अधिकार और पुलिस तथा आधुनिक भारत में पुलिस-व्यवस्था में समेटने का प्रशंसनीय प्रयास है।
प्रस्तुत गं्रथ पुलिस की संरचना तथा कार्यप्रणाली को तो प्रामाणिक स्तर पर प्रस्तुत करता ही है, साथ ही सामान्य पाठक की पुलिस सम्बन्धित आंतरिक जिज्ञासा को परितृप्त कर एतद् सम्बन्धी शोध-छात्रों के लिए मार्गदर्शक भी है। यह ग्रंथ पुलिस की भूतकालीन संरचना, वर्तमान की कार्यप्रणाली तथा भविष्य की आवश्यकता विशेषकर राष्ट्रीय सुरक्षा में पुलिस की भूमिका, उसके कार्यक्षेत्रा में नई तकनीकि का पुलिसयुक्त उपयोग तथा उसे जनोन्मुखी बनाने के उपायों पर भी प्रकाश डालता है। इस दृष्टि से, यह गं्रथ ‘आधुनिक भारत में पुलिस व्यवस्था’ पुलिस-प्रशिक्षण के पाठ्यक्रम के लिए तो महत्वपूर्ण है ही, साथ ही पुलिस-विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों के लिए सार्थक दिशा-दर्शक प्रकाश-स्तम्भ भी सिद्ध होगा।